समय पर लॉकडाउन न होता तो आज 1 लाख होती मरीजों की संख्या

समय पर लॉकडाउन न होता तो आज 1 लाख होती मरीजों की संख्या

सेहतराग टीम

केंद्र सरकार ने कहा कि लॉकडाउन नहीं होता तो देश में अब तक एक लाख लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके होते। नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने शुक्रवार एक स्वंतंत्र अध्ययन का हवाला देते हुए यह दावा किया। फिलहाल देशव्यापी लॉकडाउन का पांचवां हफ्ता चल रहा है। उन्होंने कहा कि अब तक हुई जांच और आंकड़े बताते हैं कि संक्रमण के मामले 5.2 दिन की जगह 10 दिन में दो गुने हो रहे हैं। इस बीच, शुक्रवार को 24 घंटे में संक्रमण के 1752 मामले मिले, जो इस महामारी का एक दिन में सबसे ज्यादा आंकड़ा है। अब तक संक्रमित मरीजों की संख्या 24942 हो गयी है और मृतकों की संख्या 779 पहुंच गयी है।

पढ़ें- कोरोना वायरस की हर जानकारी और मदद के लिए यहां देखें राज्यवार हेल्पलाइन नंबर

पॉल ने डॉ. शमिका रवि के अध्ययन के हवाले से कहा कि 12 मार्च को अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर प्रतिबंध, स्कूल-कॉलेज बंद करना, क़्वारंटीन से जुड़े नियम लागू करने  जैसे कई कदम उठाए गए। इनका असर 23 मार्च को देखने को मिला जब मरीजों के दोगुने होने की रफ़्तार करीब तीन से बढ़कर पांच दिन हो गयी थी। वहीं, लॉकडाउन का असर 6 अप्रैल के बाद दिखा इस दौरान भी संक्रमण की रफ़्तार में कमी आई। तब छह दिन में मामले दोगुने हो रहे थे। लॉकडाउन 2.0 का नतीजा यह हुआ कि अब मरीज दो गुने होने में दस दिन लग रहे हैं। उन्होंने बताया, यह एक गणितीय अध्ययन है। सरकार के कड़े फैसलों का नतीजा है कि आंकड़े घटते बढ़ते रहते हैं। अगर कदम नहीं उठाए जाते तो ग्राफ तेजी से बढ़ता। यानी हर तीन दिन में मारीज दोगुने होते, जो अब तक एक एक लाख से ज्यादा हो जाते।

ऐसे घटी संक्रमण दोगुना होने की रफ़्तार:

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, कई बड़े देशों की तुलना में पांच लाख टेस्ट के बाद भारत में कोरोना के सबसे कम मामले मिले हैं। नमो एप के यूजर्स संक्रमण फैलने से रोकने के लिए सरकार के उठाए कदम और दिलचस्प फैक्ट देख सकते हैं।

पढ़ें- खुशखबरी: मई से कम होने लगेगा कोरोना का कहर

9.45 लोग निगरानी में

नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के निदेशक डॉ. एलएस चौहान ने बताया कि निगरानी प्रणाली को खास अस्त्र के रूप में काम में लिया गया है। विदेश से आए और देश में मिले संक्रमितों के संपर्क में आए 9.45 लाख लोग निगरानी में रखे गए हैं। इनमें 6 हजार लोग संक्रमित मिले हैं। इसमें हॉटस्पॉट में मिलने वाले स्थानीय लोग भी शामिल हैं।

 

इसे भी पढ़ें-

कोरोना से अमेरिका में तबाही, 10 दिनों में 50 हजार से ज्यादा लोगों की हुई मौत     

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।